नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।
माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
इच्छा तुम्हारी shiv chalisa in hindi बिना कुछ भी नहीं होता ॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
अर्थ- हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी shiv chalisa in hindi महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
श्री शिव भजन – शंकर मेरा प्यारा लिरिक्स…
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